सोमवार, 30 अगस्त 2021

बीज वही है जैसी मैया, मिलके नाचों ता -ता - थइयाँ।

जैसे पाकिस्तान में ,खुरासान मॉड्यूल ,

बिलकुल वैसा ही यहां , ख़ुराफ़ात मॉड्यूल 

 ख़ुराफ़ात मॉड्यूल चलाता है जो बच्चा ,

उसे न दिखता काम हो रहा है जो अच्छा। 

पूछा करे सवाल हमेशा कैसे -कैसे ,

जान जान अनजान बने बुड़बक के जैसे।(आशुकवि ओमप्रकाश तिवारी ) 

शब्दार्थ :बुड़बक -बोड़म ,बे -वक़ूफ़ ,अनजान ,मूर्ख 

विशेष :

कैसा  फ़ितरती देखो, है यह बच्चा ,

नाम जानता है जिसका हर  बच्चा। 

बावन साला है ये बच्चा। 

नाम कई इस बच्चे के हैं -

कहते कुछ हैं अबुधकुमार ,मतिमंद इसे हैं -

खुरासान -बाबा कहते कुछ। 

नहीं दोष इसका कुछ भैया ,

बीज वही है जैसी  मैया,

मिलके नाचों ता -ता  - थइयाँ। 


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