प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना आपके लिए जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है.पानी पीना आपके लिए बहुत जरूरी है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए दिनभर में 8-10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए. बदलते दौर के साथ पानी की को स्टोर करने का तरीका बदलता जा रहा है. पहले शरीर को पानी से तर रखने के लिए घर में मटका रखा जाता था.
अब लोग प्लास्टिक की बोतलों में ही पानी को रखते हैं. फ्रिज में न भी रखें तो भी सहुलियत के लिए प्लास्टिक की बोतलों में ही पानी को भरकर रखते हैं.
यही नहीं बाहर मिलने वाला मिनरल वॉटर जिसे हम शुद्ध समझकर पीते हैं, वो भी प्लास्टिक की बोतलों में ही बेचा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना आपके लिए जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है.
प्लास्टिक की बोतल पानी में हानिकाराक रासायनों को छोड़ती है.
इसके अलावा स्टिक फ्लोराइड, आर्सेनिक और एल्युमीनियम भी पानी में घुल जाते हैं.
ये सभी पदार्थ आपकी सेहत तो लिए स्लो पॉइजन का काम करता है.
घर या गाड़ी में यदि ऐसी जगह बॉटल रखी हुई है, जहां सूरज की तेज रोशनी आ रही है तो आपके लिए चिंता का विषय है.
गर्मी में प्लास्टिक की बोतल से डाऑक्सिन निकलता है जो ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकता है.
इसी के साथ बाइफिनाइल ए केमिकल भी प्लास्टिक की बोतल रिलीज करती है. जिससे निसंतानता या नंपुसकता आ सकती है.
प्लास्टिक में फैथलेट्स जैसे केमिकल होने की वजह से लीवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
प्लास्टिक की बोतल से पानी पीने से हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी घटती है. शरीर बीमारियों की चपेट में आने लगता है.
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